भोला फिल्म में अजेय देवगन 

राम नवमी यानी 30 मार्च को ‘भोला’ रिलीज हुई. ऐक्टिंग के साथ-साथ अजय देवगन ने इसे डायरेक्ट भी किया है. ‘भोला’ तमिल पिक्चर ‘कैथी’ का रीमेक है. पर इसमें अजय देवगन ने कुछ-कुछ अपना टच भी डाला भी है. आइए आपको बताते हैं, ‘भोला’ देखने की क्या वजहें हो सकती हैं?

1) ऐक्शन
‘भोला’ ऐक्शन की गठरी है. हर कुछ मिनट बाद अजय देवगन इसे खोलते हैं और दुश्मनों के जिस्म में भूसा भर देते हैं. शायद ऐसा ऐक्शन आपने पिछले कुछ सालों में नहीं देखा होगा. कम से कम बॉलीवुड में तो बिल्कुल नहीं. बेस्ट बात है ऐक्शन फ्रेश है. इस बारे में अजय देवगन बोल चुके हैं. अधिकतर इंडियन फिल्मों में जो ऐक्शन होता है, वो पहले से किसी ‘बॉन्ड’ या ‘मिशन इम्पॉसिबल’ फिल्म में दिख चुका होता है. मगर अजय का कहना है, वो हॉलीवुड फिल्मों से ऐक्शन सीन्स कॉपी नहीं करते. चूंकि अजय देवगन के पिता वीरू देवगन एक स्टंट डायरेक्टर थे, इसलिए उनको ऐक्शन विरासत में भी मिला है. जैसी मारधाड़ अजय देवगन की पिक्चर में है, उसे देखते हुए लगता है कुछ दिनों बाद बॉलीवुड में इस पिक्चर की मिसाल दी जाएगी. लोग आज से कुछ सालों बाद कहेंगे, “ऐक्शन हो तो ‘भोला’ जैसा, वरना न हो.”

2) पैसा वसूल 
पहली वजह तो ऐक्शन हो गई. दूसरी वजह इसके भीतर छिपी है. फिल्म में दो बड़े आइकॉनिक मारकाट वाले सीक्वेंस हैं. खास बात है, ये ‘कैथी’ से बिल्कुल अलग हैं. एक की रिलीज से पहले खूब चर्चा भी हुई थी. कहा जा रहा था कि फिल्म में 5-6 मिनट लंबा बाइक-ट्रक चेज़ सीक्वेंस है. इसे खुद अजय देवगन ने डिजाइन किया है. चूंकि हमने पिक्चर देख ली है, तो ये कह सकते हैं कि क्या कमाल डिजाइन किया है! देखकर आंखें खुली रह जाएंगी. अजय देवगन हमेशा से ऐक्शन के मामले में कुछ ऐसा करना चाहते थे, लोग उनसे पूछें कि ये कैसे क्रिएट किया? यहां वो एक हद तक ऐसा करने में सफल रहे हैं. चेज़ सीक्वेंस के अलावा फिल्म में एक त्रिशूल वाला जबर मरकहा सीक्वेंस है. अजय देवगन त्रिशूल लेकर अन्ना सांड की तरह जुटते हैं, तब तक नहीं रुकते, जब तक सबको घायल न कर दें. चेज़ वाले से ज़्यादा आई कैची सीक्वेंस ये वाला है.

3) अजय देवगन
तीसरी वजह है स्वयं अजय देवगन. उन्होंने खुद को भी बढ़िया निर्देशित किया है. ऐसी लार्जर दैन लाइफ फिल्मों के साथ ज़्यादातर होता है कि ऐक्टिंग पर उतना ज़ोर नहीं दिया जाता. पर अजय देवगन ने ऐक्शन तो बढ़िया किया ही है, इसके साथ-साथ ऐक्टिंग भी बढ़िया की है. वो पूरी पिक्चर में कहीं आपको चिल्लाते हुए नहीं दिखेंगे. अपनी बेटी से मिलने के ठीक पहले जो अजय देवगन ने किया है, वो कोई मंझा हुआ अभिनेता ही कर सकता है.

4) कमाल की कास्ट
चौथी वजह है, ‘भोला’ की कमाल की कास्ट. अजय देवगन के अलावा फिल्म में तबू, दीपक डोबरियाल, विनीत कुमार, संजय मिश्रा और गजराज राव हैं. ये सब ऐसे ऐक्टर हैं, जिनसे आप सिर्फ अच्छे काम की ही उम्मीद करते हैं. कई बार फिल्म खराब हो, पर इनकी ऐक्टिंग तब भी अच्छी होती है. दीपक डोबरियाल और संजय मिश्रा ने मजमा लूट लिया है. आशु का किरदार दीपक के कुछ चुनिंदा अच्छे किरदारों में से एक होगा.

5) कुछ वजहें
पांचवी वजह है, फिल्म में अजय देवगन के प्रयोग. उन्होंने कैमरे के साथ कई नए ऐंगल्स एक्सप्लोर किए हैं. ऐक्शन में तो कई सारे प्रयोग हैं ही. एक और चीज़ जिसके लिए फिल्म देखी जा सकती है, इसका सीक्वल आएगा. इसलिए पहले पार्ट की कहानी जानना ज़रूरी है.  फिल्म में कई चौंकाने वाले मोमेंट हैं. वो भी तब, जब आप आगे घटित होने वाली वाली घटना के बारे में जान रहे होते हैं.

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